OTP एक ऐसी तकनीक है जिसने ऑनलाइन ठगी पर काफी पाबन्दी लगा दी. ऑनलाइन ठगी एक बहोत बड़ी समस्या उभर कर आई है. आप और हम में से कई लोग या हमारे रिश्तेदार ठगी का शिकार हुए है. ऑनलाइन ठगी को काउंटर करने के लिए OTP का आविष्कार किया गया जिससे हमारी आर्थिक या सामाजिक सुरक्षा बनी रहे. आज के इस आर्टिकल के माध्यम से जानेंगे OTP KYA HOTA HAI एवं OTP से जुड़े सारे विषयों पर विस्तार से जानेंगे और खुद को और हमारे भोले भाले समाज को जागरूकता की राह पर ले जाने का एक प्रयास करेंगे.
OTP KYA HOTA HAI
OTP एक गुप्त संख्या होती है जिसे किसी के साथ शेयर नही लिया जाना चाहिये. OTP यानी One Time Password एक प्रकार का टोकन नंबर होता है जो आपको ऑनलाइन लेनदेन और किसी वेबसाइट या एप्लीकेशन पर लॉग इन करने के लिए सुरक्षा प्रदान करता है. यह 4 से 8 अंको तक की संख्या होती है जो alphanumerical string के साथ उत्पन्न होती है. OTP की एक निश्चित समय सीमा होती है जो की 1 मिनट से 30 मिनट तक की हो सकती है, जैसे ही आपके रजिस्टर्ड नंबर पर OTP मैसेज द्वारा प्रदान होता है वैसे ही इसकी उलटी गिनती चालू हो जाती है. अगर आप निश्चित समय तक OTP नही डाल पाते है तो यह expire हो जाता है. OTP क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड या किसी वेबसाइट, एप्लीकेशन पर लॉग इन करने के लिए प्रमाणित करता है जिससे सुरक्षा बनी रहती है और व्यक्ति ठगी का शिकार नही हो पाता. OTP मुख्यतः दो प्रकार के होते है: HOTP और TOTP
HOTP KYA HAI
HOTP किसी event पर आधारित वन-टाइम कोड होता हैं. HOTP को Hash-Based One-time Password के नाम से जाना जाता है, यह हैश-आधारित संदेश प्रमाणीकरण कोड के आधार पर होता है. यह एक प्रकार से जनरेशन के काउंटर पर बेस्ड होता है.
यह टोकन हैश एल्गोरिथम पर आधारित होता है. इस प्रकार के ओटीपी में केवल उपयोगकर्ता और सर्वर ही जान सकते हैं की वह संख्या क्या है. बता दे की HOTP आमतौर पर समय पर आधारित नहीं होते हैं, इसके बजाय वे तब तक मान्य होते हैं जब तक कोई user के द्वारा कोड की request नहीं की जाए.
TOTP KYA HAI
TOTP समय पर आधारित वन-टाइम पासवर्ड होता है जिसका फुल्ल्फोर्म Time-Based One-Time Password है. यह HOTP के मुकाबले काफी अलग होता है. यह समय के हिसाब से चलता है जिसकी एक निश्चित अवधि होती है, आमतोर पर इसकी अवधि 30 और 180 सेकंड के बीच तक होती है.
TOTP को आपने जबी आप आधार कार्ड डाउनलोड करने के लिए अप्लाई करते है तब देखा होगा. इसे डाउनलोड करने के लिए भी आपको TOTP या OTP डालना ज़रूरी होता है तभी आप फाइल को डाउनलोड कर सकते है अन्यथा नही.
OTP KA FULL FORM
OTP का FULL FORM One Time Password या One Time Pin होता है.
OTP क्यों ज़रूरी है
OTP वर्तमान में काफी ज़रूरी बन चूका है. बगेर ओटीपी के आप लेनदेन नही कर सकते या फिर जब आप किसी वेबसाइट या एप्लीकेशन पर अकाउंट बनाते हैं तो उसमें यूजरनेम, पासवर्ड, रजिस्टर्ड नंबर आदि जानकारी डाली जाती है तब उस नंबर को वेरीफाई करने के लिए OTP की ज़रूरत पड़ती है क्यूंकि बिना इसके न ही आप अकाउंट बना पाएंगे और ना ही लॉग इन. किसी अकाउंट को बनाने या एक्सेस करने के लिए OTP बहोत ज़रूरी होता है.
बैंक खाते की सुरक्षा एवं ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए OTP एक सुरक्षा कवच का काम करता है क्यूंकि बिना OTP के आप अकाउंट एक्सेस ही नही कर पाएंगे लेनदेन तो बहोत दूर की बात है. बता दे की बैलेंस चेक, बैंक स्टेटमेंट, ATM पिन चेंज आदि के लिए भी OTP की ज़रूरत पढ़ती है.
किसी ऑनलाइन अकाउंट जैसे फेसबुक, इन्स्ताग्राम, ट्विटर या अन्य किसी भी अकाउंट प्लेटफार्म के अकाउंट बनाने के लिए भी OTP ज़रूरी होता है एवं पासवर्ड भूल जाने जैसी स्थिति में भी OTP द्वारा ही पासवर्ड चंगे होता है. पासवर्ड भूल जाने जैसी स्थिति में OTP ईमेल या मेसेज के द्वारा आता है.
ओटीपी कैसे प्राप्त होता है
जब भी आप ऑनलाइन लेनदेन के लिए किसी बैंक की वेबसाइट पर जाते है तो आपको आपकी लॉग इन डिटेल डालनी पड़ती है, जब आप सही डिटेल डाल देते है तो OTP आटोमेटिक ही आपके रजिस्टर्ड ईमेल एवं रजिस्टर्ड नंबर पर मेसेज या मेल के द्वारा प्राप्त होता है. की कोशिश करते हैं या ऐसे खाते में साइन इन करते हैं जहां ओटीपी देना अनिवार्य है। आप तीन तरीकों से ओटीपी प्राप्त कर सकते हैं।
इसके अलावा किसी एनी वेबसाइट या मोबाइल एप्लीकेशन में लॉग इन करने पर भी OTP से वेरीफाई करना होता है जिसे 2 STEP VERIFICATION भी कहा जाता है. वर्तमान में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कई बैंक और कोमपनियाँ OTP कॉल द्वारा भी प्रदान करती है.
क्या किसी के साथ ओटीपी शेयर करना रिस्की है
जी हां! OTP को किसी भी व्यक्ति के साथ शेयर करने से आपको आर्थिक,व्यक्तिगत और सामाजिक नुक्सान हो सकता है. उदाहरण के लिए मान लीजिये किसी व्यक्ति को आपका INSTAGRAM चेक करना है तो वह आपका यूजरनाम डालेगा और फॉरगेट पासवर्ड करके आपके मोबाइल में से OTP प्रदान कर लेगा रवं आपकी पर्सनल जानकारी उस तक पहोच जाएगी. यह उदाहरण आपके बैंक खाते पर भी लागु होता है जिससे की वह संदिग्ध व्यक्ति आपको आर्थिक निकसान भी पहोचा दे. इसलिए ओटीपी को किसी भी व्यक्ति के साथ शेयर नही करना चाहिए भले ही वह कोई बैंक कर्मचारी या आपका कोई रिश्तेदार ही क्यूँ न हो.
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