Statue Of Oneness | एकात्मता की प्रतिमा

 एकात्मता की प्रतिमा Statue Of Oneness

    भारत के दिल मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के ओंकारेश्वर में  108 फीट ऊंची अष्टधातु से बनी आदि शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापित की जानी हैं। अगर परिस्थितयां सही रही तो यह प्रोजेक्ट 2023 तक बनकर तैयार हो जाएगा। बता दें की यह प्रतिमा 54 फीट ऊंचे प्लेटफॉर्म पर स्थापित की जाएगी।



    प्रोजेक्ट की रिपोर्ट्स के अनुसार Statue Of Oneness को ‘कमल’ के आकार के करीब 27 फीट ऊंचे बेस पर खड़ा किया जाएगा। यह प्रतिमा की समुद्र तल से ऊंचाई लगभग 280 मीटर (918 फीट) होगी। प्रोजेक्ट की लागत करीब 2 हजार करोड़ रुपए आंकी जा रही हैं

    आदि शंकराचार्य कौन थे?

    आदि शंकराचार्य एक भारतीय दार्शनिक और धर्मशास्त्री थे, जिनके कार्यों ने अपने समय की अद्वैत वेदांत शिक्षाओं को संश्लेषित और व्यवस्थित किया। उनके नाम के लिए 300 से अधिक ग्रंथों का श्रेय दिया जाता है, जिनमें टिप्पणियां, मूल दार्शनिक व्याख्याएं और कविता शामिल हैं


    Adi shankaracharya

    आदि शंकराचार्य का जीवन परिचय 



    जन्म स्थान कलाड़ी, चेर साम्राज्य
    मृत्यु32 वर्ष की उम्र में 
    मृत्यु स्थान  केदारनाथ, पाल साम्राज्य
    गुरुआचार्य गोविन्द भगवत्पाद
     दर्शनअद्वैत वेदान्त
    खिताब/सम्मान शिवावतार, आदिगुरु, श्रीमज्जगदगुरु, धर्मचक्रप्रवर्तक


    कौनसी कंपनी Statue Of Oneness का निर्माण कर रही हैं?


    Larsen & Toubro


    लार्सन एंड टूब्रो Statue Of Oneness का निर्माण कर रही हैं। लार्सन एंड टूब्रो वही कंपनी हैं जिसने 
    गुजरात में स्टेच्यू ऑफ यूनिटी और दुबई की बुर्ज खलीफा जैसी इमारतों को बनाने में सहयोग किया हैं


    Statue Of Oneness के प्रोजेक्ट की शुरुआत


    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने आचार्य शंकर की प्रतिमा संग्रहालय एवं अंतर्राष्ट्रीय अद्वैत वेदांत संस्थान की स्थापना की घोषणा 9 फरवरी 2017 को की थी। मई 2017 को प्राकट्य पंचमी नाम से उत्सव मनाया गया था इसके बाद एकात्म यात्रा, धातु संग्रहण अभियान 19 दिसंबर 2017 से 22 जनवरी 2018 चलाया गया था। 22 जनवरी 2018 से एकात्म पर्व मनाया गया। इसके कुछ ही दिनों बाद आचार्य संस्कृत सांस्कृतिक एकता न्यास का गठन किया गया  8 से 10 दिसंबर 2019 अद्वैत उत्सव का आयोजन किया गया था 4 जून 2021 को वास्तुविदिय सलाहकार समिति बनी। और प्रतिमा के लिए अस्थायी मॉडल तैयार करने का कार्य फ़िलहाल चालू है। ओंकारेश्वर को इसके बाद एक ‘टेम्पल टाउन’ के रूप में विकसित किया जाएगा।  अब इस प्रोजेक्ट पर कार्य 2023 तक पूर्ण हो जाएगा


    आचार्य शंकर संग्रहालय का निर्माण 


    आचार्य शंकर संग्रहालय का निर्माण भी किया जाना हैं जिसमे में आचार्य शंकर के जीवन और दर्शन को सबसे आधुनिक और नवीन तरीकों से प्रदर्शित किया जाएगा। संग्रहालय मूर्त और अमूर्त रूपों में अद्वैत वेदांत दर्शन / विषय को प्रतिबिंबित करेगा। सभी संरचनाओं में पारंपरिक भारतीय कला और वास्तुकला के साथ-साथ भारतीय संस्कृति के दृश्य चिह्न होंगे।

    माया 

    उपनिषदों के आधार पर ब्रह्मांड की उत्पत्ति, जीविका और विनाश को प्रदर्शित करने के लिए एक 3डी होलोग्राम प्रक्षेपण।


    EXHIBITION GALLERY 

      
    संग्रहालय परिसर में आचार्य शंकर के जीवन की विभिन्न घटनाओं और योगदानों को प्रदर्शित करने के उद्देश्य से नौ प्रदर्शनी दीर्घाएँ बनाने का प्रस्ताव है।


    हाई स्क्रीन थियेटर 


    आचार्य शंकर के जीवन और दर्शन पर आधारित एक फीचर फिल्म दिखाने के लिए।


    अद्वैत नौका विहार (BOAT RIDE) 


    इस नाव की सवारी के माध्यम से, अद्वैत वेदांत परंपराओं (पूर्व-शंकर युग, शंकर युग और पोस्ट शंकर युग) के महत्वपूर्ण चरणों के मूर्त और अमूर्त पहलुओं को दिखाया जाएगा।

    ओपन-एयर थिएटर 


    लेजर, लाइट, वाटर और साउंड शो आदि भी आचार्य शंकर संग्रहालय निर्मित होंगे

    निष्कर्ष 


    आशा है हमरे इस प्रयास से आपको वैल्यू मिली होगी। हमारा प्रयास था कि आपको Statue Of Oneness से सम्बंधित सारी जानकारी पहोचाना। धन्यवाद

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