विजय हजारे ट्राफी भारतीय घरेलू क्रिकेट में खेले जाने वाली प्रतियोगिता हैं। 23 फरवरी 2022 से विजय हजारे ट्राफी प्रतियोगिता चालू होना हैं और 26 मार्च 2022 को फाइनल खेला जाएगा।। विजय हजारे ट्राफी को रणजी वनडे ट्राफी के नाम से भी जाना जातां हैं । इस ट्राफी की शुरुआत वर्ष 2002-2003 में हुई थीं। विजय हजारे ट्राफी प्रसिद्ध क्रिकेटर विजय हजारे के नाम पर रखी गई हैं। यह टूर्नामेंट लिमिटेड ओवर के लिए खेला जाता हैं।
विजय हजारे ट्राफी टूर्नामेंटमें अभी तक की सबसे ज्यादा ट्राफी ले जाने वाला राज्य तमिलनाडु हैं। इस टूर्नामेंट का भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड हैं।
विजय हजारे ट्राफी (VIJAY HAZARE TROPHY)
ट्राफी नाम | विजय हजारे ट्राफी |
देश | भारत |
शुरुआत | 2002-03 |
कुल टीम | 38 |
खेल से सम्बंधित | क्रिकेट |
सबसे सफल टीम | तमिलनाडु |
सबसे ज्यादा ख़िताब | तमिलनाडु ( 5 ख़िताब ) |
वर्तमान चैंपियन 2020-2021 | मुंबई |
विजय हजारे का जीवन परिचय (BIOGRAPHY OF VIJAY HAZARE IN HINDI)
जन्म के समय नाम | विजय समुएल हजारे` |
जन्म दिनांक (Date Of Birth) | 11 मार्च 1915 |
म्रत्यु दिनांक (Date Of death) | 18 दिसम्बर 2004 |
म्रत्यु के समय उम्र | 89 |
नागरिकता | भारतीय |
पेशा (Occupation) | क्रिकेटर |
देश | भारत |
जन्म स्थान | सांगली, बॉम्बे प्रेसीडेंसी, ब्रिटिश भारत |
माता | ज्ञात नही |
पिता | ज्ञात नही |
म्रत्यु का स्थान | वड़ोदरा (गुजरात) |
विजय हजारे कोन हैं? (WHO IS VIJAY HAZARE?)
विजय हजारे भारतीय क्रिकेटर हैं। विजय हजारे का जन्म 11 मार्च 1915 को महाराष्ट्र के सांगली जिले में हुआ था। हजारे पहले भारतीय बल्लेबाज है जिन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में तिहरा शतक बना कर इतिहास में अपना नाम दर्ज किया। वे भारतीय टीम में 1952 से 1953 तक कप्तान भी रहे। भारत को पहली टेस्ट क्रिकेट जीत विजय हजारे की कप्तानी में ही मिली थी।
विजय हजारे का करियर (CAREER OF VIJAY HAZARE)
विजय हजारे दाएं हाथ के बल्लेबाज और दाएं हाथ के मध्यम गति के गेंदबाज थे। अपने क्रिकेट करियर में हजारे ने प्रथम श्रेणी में एक पारी में 27 बार 5 विकेट लिए हैं। प्रथम श्रेणी में एक पारी में 3 बार 10 विकेट ले चुके हैं। अपनी उंगलियों के जादू से हर बैट्समैन को उन्होने चौंकाया हैं। एक कुशल बैट्समैन के रूप मे हजारे ने भारतीय टीम को कई बार सम्भाला। विजय हजारे का टेस्ट रिकॉर्ड बहुत सम्मानजनक है, उन्होंने 30 टेस्ट मैचों में 47.65 की बल्लेबाजी औसत के साथ 2,192 रन बनाए। उनका प्रथम श्रेणी रिकॉर्ड और भी प्रभावशाली है, जिसमें उनके 18,740 रनों के लिए 58.38 की बल्लेबाजी औसत (सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ के बाद किसी भारतीय खिलाड़ी के लिए उच्चतम प्रथम श्रेणी कुल) है। उन्होंने 60 प्रथम श्रेणी शतक (टेस्ट में 7 सहित) बनाए, एक भारतीय खिलाड़ी के लिए चौथा सबसे अधिक और 10 प्रथम श्रेणी के दोहरे शतक (द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान छह सहित, जब भारत एकमात्र टेस्ट क्रिकेट खेलने वाला देश था, जिसने अपना कब्जा जारी रखा था) घरेलू प्रथम श्रेणी क्रिकेट प्रतियोगिता बिना किसी रुकावट के)। हजारे का गेंदबाजी रिकॉर्ड अधिक विनम्र था, और उन्होंने 24.61 की औसत से 595 प्रथम श्रेणी विकेट (टेस्ट में 19 और तीन बार डोनाल्ड ब्रैडमैन के विकेट सहित) लिए। भारतीय घरेलू सर्किट पर, हजारे महाराष्ट्र, मध्य भारत और बड़ौदा टीमों के लिए खेले।
प्रतियोगिता | प्रतियोगिता | प्रथम श्रेणी |
---|---|---|
मैच | 30 | 238 |
रन बनाये | 2,192 | 18,740 |
औसत बल्लेबाजी | 47.65 | 58.38 |
शतक/अर्धशतक | 7/9 | 60/73 |
उच्च स्कोर | 164* | 316* |
गेंदे फेंकी | 2,840 | 38,447 |
विकेट | 20 | 595 |
औसत गेंदबाजी | 61.00 | 24.61 |
एक पारी में 5 विकेट | 0 | 27 |
मैच में 10 विकेट | 0 | 3 |
श्रेष्ठ गेंदबाजी | 4/29 | 8/90 |
कैच/स्टम्प | 11/- | 166/- |
विजय हजारे की मृत्यु (DEATH OF VIJAY HAZARE)
विजय हजारे की 18 दिसंबर 2004 को वड़ोदरा (गुजरात) में 89 की उम्र में आंतो के कैंसर के कारण मृत्यु हुई थी।
विजय हजारे से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य ( INTERESTING FACTS ABOUT VIJAY HAZARE) | VIJAY HAZARE ACHIEVEMENTS
- हजारे ने वर्ष 1934-35 में रणजी ट्रॉफी में पदार्पण किया था।
- विजय हजारे ने वर्ष 1939-40 में प्रथम श्रेणी के खेल में 316 रन तिहरा शतक जड़ा था।
- विजय हजारे ने टेस्ट डेब्यू 22 जून 1946 को लॉर्ड्स के होम ऑफ क्रिकेट में इंग्लैंड के खिलाफ किया था।
- वर्ष 1946-47 में होल्कर के खिलाफ हजारे ने 288 और गुल महोमेद के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 577 रन की साझेदारी की थी जो कि विश्व रिकॉर्ड हैं।
- वर्ष 1947-48 में ऑस्ट्रेलिया में सभी प्रथम श्रेणी मैचों में पांच टेस्ट में 47.66 की औसत से 429 रन बनाए और 48.00 पर 1,056 रन बनाए थे।
- कप्तान विजय सैमुअल हजारे भारतीय क्रिकेट के पहले ट्रिपल सेंचुरियन हैं।
- हज़ारे टेस्ट क्रिकेट में 1000 और 2000 रन पूरे करने वाले पहले भारतीय हैं।
- विजय हज़ारे टेस्ट की प्रत्येक पारी में शतक बनाने वाले पहले भारतीय हैं।
- हज़ारे कैस्ट्रोल लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड के पहले प्राप्तकर्ता हैं, जिन्हें भारतीय क्रिकेट में महत्वपूर्ण योगदान देने वालों को सम्मानित करने के लिए स्थापित किया गया है।
- हज़ारे ने प्रथम श्रेणी करियर में 50 शतक बनाए हैं।
- विजय हजारे ने वर्ष 1947-48 के एडिलेड टेस्ट में सर डॉन ब्रैडमैन को चौंका दिया और मात्र 13 रन बोल्ड कर दिया था।
- हजारे ने कुल 238 मैच खेले और 58.38 के औसत और नाबाद 316 के उच्चतम स्कोर के साथ 18740 रन बनाए। उन्होंने 595 विकेट लिए और 24.61 रन की औसत से 14645 रन दिए।
- हजारे ने क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद कुछ समय के लिए भारतीय टीम के चयनकर्ता के रूप में कार्य किया था।
- विजय हजारे जसु पटेल के साथ पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित होने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर थे।
विजय हज़ारे के नाम से ही क्यों दी जाती हैं ट्रॉफी?
क्रिकेट में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए विजय हजारे ट्रॉफी को विजय हजारे के नाम पर रखा गया हैं। उनका योगदान भारीतय क्रिकेट में बहोत ही ज़्यादा हैं। उनके अमूल्य रिकार्ड्स भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में गूदे हुए हैं। गेंदबाजी और बल्लेबाजी से खिलाड़ियों के दाँत खट्टे करने वाले विजय हजारे के सम्मान में इस ट्रॉफी को विजय हजारे ट्रॉफी कहा जाता हैं।
निष्कर्ष
विजय हजारे देश के महान क्रिकेट खिलाड़ी जिनके खेलने के तरीको से आज की पीढ़ी काफी प्रेरित हैं।
देश की पहली टेस्ट जीत उनकी कप्तानी में मिली। विजय हजारे क सम्मान में विजय हजारे ट्राफी वर्ष 2002 2003 से शुरू हुई जो की आज तक सुचारू रूप से चल रही है और भविष्य में भी चलती रहेगी । विजय हजारे ट्राफी को रणजी वनडे ट्राफी के नाम से भी जाना जाता हैं। आशा हैं की हमारे इस प्रयास से आपको कुछ वैल्यू मिली होगी। धन्यवाद
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