बिटकॉइन क्या हैं - What is bitcoin in hindi

नमस्कार दोस्तो। आज हम बात करेंगे बिटकॉइन के बारे में। बिटकॉइन के भूतकाल से लेकर भविष्यकाल तक का पूरा विश्लेषण करेंगे। Bitcoin kya hai, बिटकॉइन के लाभ और हानि से लेकर उसके वर्तमान की कीमत की चर्चा आज के इस आर्टिकल में होगी। बने रहिए स्टडीBaazi के इस आर्टिकल के साथ।

bitcoin kya hai

बिटकॉइन क्या हैं? | Bitcoin kya hai

बिटकॉइन एक डिजिटल मुद्रा हैं। इसे आप छू नहीं सकते सिर्फ आभास कर सकते हैं। यह तकनीकी तौर पर स्टोर हो सकती हैं। इसे न आप जेब मे डाल सकते हैं ना हाथ मे लेकर देख सकते हैं।

अंकीय प्रणाली से बनी इस मुद्रा की शुरुआत 3 जनवरी 2009 को हुई। 

यह विश्व की प्रथम आभासी मुद्रा हैं। बिटकॉइन तत्काल भुगतान की सुविधा के लिए पीयर-पीयर तकनीक का उपयोग करने वाली पहली डिजिटल मुद्राओं है। बिटकॉइन किसी बैंक या सरकार द्वारा जारी या समर्थित नहीं हैं।

वर्तमान में बिटकॉइन दुनिया की सबसे लोकप्रिय डिजिटल मुद्रा बन चुकी हैं। बिटकॉइन को ₿ चिन्ह के द्वारा दर्शाया जाता हैं। कई बिटकॉइन समर्थक हैं जो मानते हैं कि डिजिटल मुद्रा भविष्य है।  बिटकॉइन का समर्थन करने वालों में से कई का मानना ​​​​है कि यह दुनिया भर में लेनदेन के लिए बहुत तेज, कम शुल्क वाली भुगतान प्रणाली की सुविधा प्रदान करता है।

बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया?

बिटकॉइन का आविष्कार 2008 में सातोशी नकामोतो के द्वारा किया गया था। फिर 2009 में इसे ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में जारी किया गया था।

बिटकॉइन का इतिहास

2008

बिटकॉइन की शुरुआत होती हैं 18 अगस्त 2008 से, इस दिन bitcoin.org के नाम से इसे पंजीकृत किया गया था। फिर 2008 में ही 31 अक्टूबर को बिटकॉइन A pier to pier इलेक्ट्रॉनिक कैश सिस्टम सतोशी नाकामोटो द्वारा लिखित एक पीडीएफ का लिंक एक क्रिप्टोग्राफ़ी मेलिंग सूची में डाला था।  इस पीडीएफ में पीयर-टू-पीयर नेटवर्क का उपयोग करने के तरीकों को बताया था। 

2009

3 जनवरी 2009 में बिटकॉइन नेटवर्क अस्तित्व में आया। सतोशी नाकामोतो ने बिटकॉइन के जेनेसिस ब्लॉक का खनन किया, जिसमें लगभग 50 बिटकॉइन का इनाम था।

2010

पहला ऑनलाइन क्रिप्टो एक्सचेंज माउंट गोक्स 2010 में खोला गया था।

2011

दवाइयों को खरीदने बेचने के लिए एक डार्क वेब मार्केटप्लेस सिल्क रोड ने बिटकॉइन को भुगतान के एक तरीके के रूप में इस्तेमाल करने की बात कही थी।


2011 में बिटकॉइन की कीमत पहली बार वसंत 2011 में $ 1 पर पहुंच गई थी। यही कारण था जिसने निवेशकों और सट्टेबाजों को ध्यान आकर्षित किया।

altcoin का उदय। बिटकॉइन के साथ प्रतिस्पर्धा करने और दूसरी समस्याओं को हल करने के लिए altcoin की शुरूआत हुई।

2013

2013 में सिल्क रोड को fbi द्वारा बंद कर दिया गया, लेकिन इससे बिटकॉइन को फर्क नही पड़ा।

2014

माउंट गोक्स मार्च 2014 में दिवालिया हो गया। कारण: बड़े पैमाने पर हैकिंग अटैक।

लेकिन कुछ सालों के संघर्ष के बाद गोक्स क्रिप्टो स्पेस का विस्तार होता रहा।

2019

फिर आता हैं 2019, जून में कीमत और ट्रेडिंग वॉल्यूम को फिर से ज़िंदगी मिली और कीमत 10,000 डॉलर से अधिक हो गई। लेकिन उसी साल दिसंबर तक यह गिरकर 7,112 डॉलर हो गयी।

2020

महामारी के कारण अर्थव्यवस्था बंद हो गई लेकिन BTC की कीमत एक बार फिर से सक्रिय हो गई। 2020 की शुरुआत में ही $ 7,200 हो गई। महामारी के बंद होने के बाद से बिटकॉइन के उदय में तेजी आई। नवंबर 2020 तक बिटकॉइन $ 18,353 के लिए कारोबार कर रहा था।

2021

2021 बिटकॉइन को नई ऊचाँइयों तक ले गया। जनवरी 2021 में ही $ 40,000 को पार कर दिया। 8 जनवरी को $ 41,528 पर पहुँचा फिर उसके तीन दिन बाद बिटकॉइन की कीमत $ 30,525.39 पर गिर कर आ गई थी।

9 जून, 2021 को बिटकॉइन को कानूनी निविदा (legal tender) देने वाला अल सल्वाडोर पहला देश बना।

बिटकॉइन कैसे काम करता है?

बिटकॉइन decentralise है, जो वालंटियर है उन्हें miner कहा जाता है। Miner लगातार ब्लॉकचेन को सत्यापित और अपडेट करते रहते हैं। जब भी एक विशिष्ट मात्रा में लेन-देन सत्यापित होते हैं तब ब्लॉकचेन में एक और ब्लॉक जोड़ा जाता है।

BTC का सिस्टम सफल Miner's को बिटकॉइन से पुरस्कृत करता है। इनाम समय के हसाब से बदलता रहता हैं। Verified लेनदेन के एक नए ब्लॉक के लिए फिलहाल 6.25 बीटीसी का इनाम हैं।

ब्लॉकचेन क्या है?

सरल शब्दों में कहें तो ब्लॉकचेन एक डेटा संरचना है जो प्रत्येक लेनदेन में सुरक्षा को सुरक्षित करते हुए लेनदेन संबंधी लिखा जोखा रखती है। ब्लॉकचेन सभी प्रतिभागियों के लिए उपलब्ध है और केंद्रीकृत घर्षण को समाप्त करने और "सबूत" पेश करने की अनुमति देती है कि प्रत्येक लेनदेन वैध है। यह बिटकॉइन को एक्सचेंज में वास्तविक प्रतिभागियों के लिए और उनके द्वारा एक मुद्रा बनाता है।

बिटकॉइन का एल्गोरिथम: 

मान लीजिए

  • आप एक लेन-देन बनाते हैं।
  • फिर इसे नेटवर्क में जोड़ा जाता हैं।
  • Miner को भेजा जाता हैं।
  • Miner वेरीफाई करते हैं।
  • वेरीफाई होने के बाद आपकी धनराशि सफलतापूर्वक भेज दी गई हैं।

बिटकॉइन क्यों बनाया गया था?

बिटकॉइन को बनाने का उद्देश्य बिचौलियों को हटाना था क्योंकि किसी भी लेन देन पर बिचौलियों को भी कमीशन देना पड़ता था। सातोशी नाकामोतो एक "विश्वास रहित" नकदी प्रणाली बनाना चाहते थे।

भारत में बिटकॉइन की स्थिति

  • 2018 में अपने बजट भाषण में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि सरकार आपराधिक उपयोग के लिए भारत में बिटकॉइन और अन्य आभासी मुद्राओं के उपयोग को बंद करने के लिए सब कुछ करेगी। उन्होंने दोहराया कि भारत उन्हें कानूनी निविदा के रूप में मान्यता नहीं देता है और इसके बजाय भुगतान प्रणालियों में ब्लॉकचेन तकनीक को प्रोत्साहित करेगा।
  • 2018 में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने विनियमित संस्थाओं के लिए क्रिप्टोकरेंसी की खरीदी बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी।
  • 2019 में क्रिप्टोकरेंसी की वैधता को चुनौती दी गई। भारत के इंटरनेट और मोबाइल एसोसिएशन द्वारा भारत के सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर की गई थी जिसमें क्रिप्टोकरेंसी की लेनदेन को रोकने के लिए आदेश की मांग की गई थी। 
  • 2020 मार्च में भारतीय सर्वोच्च न्यायालय ने क्रिप्टोकरेंसी व्यापार पर RBI के प्रतिबंध को रद्द करने का फैसला सुनाया।

बिटकॉइन किन देशों में प्रतिबंधित नहीं हैं?

USA, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, यूरोपियन यूनियन, एल सल्वाडोर, रूस, वियतनाम, कोलंबिया ओर इक्वाडोर में बिटकॉइन प्रतिबंधित नहीं हैं।

बिटकॉइन किन देशों में प्रतिबंधित हैं?

बोलीविया (पहला देश जिसने बिटकॉइन पर प्रतिबंध लगाया), इजिप्ट (मिस्र), चीन, टर्की, नेपाल, बांग्लादेश, अल्जीरिया, यूनाइटेड किंगडम।

बाकी दूसरे देशों में कही बैंकिंग लेन देन प्रतिबंधित हैं और कही का डेटा उपलब्ध नहीं हैं।

बिटकॉइन कैसे खरीदे?

Wazir, CoinSecure, Zebpay और UnoCoin जैसी कई एप्प्स ओर वेबसाइट हैं जहाँ से आप बिटकॉइन को खरीद सकते हैं।

बिटकॉइन खरीदने के लिए दस्तावेज:

  •  आधार कार्ड
  •  पैन कार्ड
  •  ईमेल आईडी
  •  फ़ोन नंबर
  •  फ़ोटो

बिटकॉइन प्राइस

बिटकॉइन प्राइस समय के हिसाब से घटती बढ़ती रहती हैं। वर्तमान में 1 बिटकॉइन 25,60,365.54 भारतीय रुपया के बराबर हैं

बिटकॉइन के लाभ        

  • उच्च रिटर्न की संभावना।
  • भुगतान धोखाधड़ी से सुरक्षा। 
  • तत्काल निपटान, अंतर्राष्ट्रीय लेनदेन।
  • अधिक तरलता।   

बिटकॉइन के नुकसान 

  • उच्च अस्थिरता और बड़े नुकसान की संभावना।
  • काला बाजार गतिविधि।
  • अनियमित और समर्थित नहीं, साइबर हैकिंग विविधीकरण।
  • कोई धनवापसी नहीं

सारांश

आशा है कि हमारे इस प्रयास से आपको वैल्यू मिली होगी। आज अपने Bitcoin kya hai बिटकॉइन क्या होता हैं, बिटकॉइन के लाभ और नुकसान, बिटकॉइन का अविष्कार किसने किया, बिटकॉइन को बनाने का उद्देश्य, बिटकॉइन कैसे काम करता हैं इन सब को बड़े अच्छे से जान लिया होगा। अगर आपको इस आर्टिकल से वैल्यू मिली तो कमेंट बॉक्स में अपनी राय ज़रूर लिखे। धन्यवाद

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