आज की पोस्ट का प्रारंभ दुनिया के सबसे बड़े दानवीर से करेंगे। जिनकी दरियादिली से उनके समय में तो लोगो का भला हुआ ही लेकिन साथ ही साथ आज के समय में भी लोगो को 2 वक़्त की रोटी नसीब हो रही हैं। ऐसी शक़सीयत जिन्होंने भारत को ऊचाइयों तक पहुँचाया ओर व्यावसायिक क्षेत्र में अपना लोहा मनवाया। शुरू करते हैं इस आर्टिकल को ओर जानते हैं कि कौन हैं दुनिया का सबसे बड़ा दानवीर।
World's biggest philanthropist |
दुनिया का सबसे बड़ा दानवीर कौन हैं?
102.4 बिलियन डॉलर का दान अगर भारतीय रुपये में कन्वर्ट करे तो लगभग 75 खरब 66 अरब 81 करोड़ 90 लाख रुपये के दान किए। इन्होंने अपना दान स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में किए। Edelgive Hurun की रिपोर्ट के अनुसार जमशेदजी टाटा दुनिया का सबसे बड़ा दानदाता चुना गया हैं और बता दें कि जमशेदजी टाटा टॉप 10 की लिस्ट में एकलौते भारतीय हैं। Wipro के चेयरमैन अजीम प्रेमजी को 12वाँ स्थान प्राप्त हुआ हैं। जमशेद जी टाटा का कुल philanthropic amount tata sons के 66% हिस्से से बना है, जिसका अनुमानित मूल्य 100bn US$ हैं। जमशेदजी ने सन 1870 के दशक में THE CENTRAL INDIA SPINNING, WEAVING AND MANUFACTURING COMPANY LIMITED से अपनी सफलता की शुरुवात की और उच्च ओर बेहतर शिक्षा के लिए सन1892 में The JN Tata Endowment for the Higher Education of Indians की मुंबई में स्थापना की। बता दें कि भारत के पहले प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू ने अक्सर जमशेदजी टाटा का उल्लेख one-man planning commission के रूप में किया था।
JN Tata कौन हैं?
Who Is Jamshedji Tata |
जमशेदजी नसरवानजी टाटा उर्फ JN Tata टाटा समूह और टाटा स्टील के संस्थापक हैं। JN Tata को भारतीय उद्योग का पितामह कहा जाता हैं और अब दुनिया के सबसे बड़े दानदाता के रूप में भी जाना जाएगा। इनका जन्म 3 मार्च 1839 को नवसारी में हुआ था।
जानिए JRD TATA के बारे में
जमशेदपुर की स्थापना:-
जमशेदपुर की स्थापना 1919 में जमशेदजी टाटा के द्वारा हुई थी। जमशेदपुर दुनिया में 84वाँ शहर है जो कि सबसे तेजी से बढ़ा है ओर भारत का 72वाँ सबसे बड़ा शहर हैं। भारत 2020 के सबसे स्वच्छ शहर में चुना गया था। जमशेदपुर को टाटा नगर के नाम से भी जाना जाता हैं।
एक टिप्पणी भेजें