ऑडी के लोगो में चार रिंगों का क्या मतलब होता है?

 आज के समय मे हर किसी की ख्वाइश है कि जीवन मे एक अच्छी गाड़ी, अच्छा घर और पैसा हो। और गाड़ी के मामले में कही न कही ऑडी की कार लेने की इच्छा तो हर किसी की होती ही है। ऑडी की लोकप्रियता दुनिया मे अधिक है और इसका लोगो देख कर दिल गद गद हो जाता है और ज़हन में ख़याल तो हर किसी के उठा ही होगा के ऑडी के इस लोगो मे चार रिंग क्यों होती है। तो आपके इस सवाल का जवाब हम लाए है ना, चिंता किस बात की तो ये बात है सन 1932 की जब चार कंपनियां AUDI, DKW, HORCH और WANDERER ने एक साथ मिलकर AUTO UNION AG बनाया ओर इनके मिलन के बाद यह AUDI AG बनकर दुनिया के सामने आया, यही से AUDI के नए LOGO की शुरुआत हुई जो की आज दुनिया का सबसे प्रचलित ब्रांड है। ऑडी के चारो छल्ले हर कंपनी को दर्शाते हैं।


Audi ब्रांड का इतिहास 19वीं सदी में August Horch के साथ शुरू हो चुका था, 1899 में August Horch ओर Cie के नाम से एक मैकेनिकल इंजीनियर ने अपना खुद का व्यवसाय स्थापित किया था। जहाँ वह कारो का निर्माण करते थे उन्होंने शुरू में दो सिलेंडर और बाद में चार मूल सिलेंडर कारों का निर्माण किया। 1909 में, Borad of directors के साथ मतभेद के कारण उन्होंने कंपनी छोड़ दी।


यह भी पढ़े - गाड़ियों के टायर हमेशा काले क्यों होते हैं?


चार रिंगे - चार ब्रांड 

Audi :-

अगस्त हॉर्च द्वारा 16 जुलाई, 1909 को ज्विकाउ में स्थापित कंपनी प्रतिस्पर्धी कारणों से अपने संस्थापक का नाम नहीं ले सकी।


DKW Auto Union:-

मूल रूप से केमनिट्ज़ में 1902 में रासमुसेन और अर्न्स्ट के रूप में स्थापित, कंपनी 1907 में एर्ज़गेबिर्ज क्षेत्र में ज़्सचोपाउ चली गई।


Horch:-

19 वीं सदी के अंत में, जर्मनी में पहले से ही कई कार निर्माता थे। उनमें से एक अगस्त होर्च एंड सी था, जिसकी स्थापना 14 नवंबर, 1899 को कोलोन में हुई थी।


Wanderer Automobile :-

1885 में दो यांत्रिकी, जोहान बैपटिस्ट विंकलहोफर और रिचर्ड एडॉल्फ जेनिक ने केमनिट्ज़ में एक साइकिल मरम्मत कार्यशाला खोली।

एक टिप्पणी भेजें

Post a Comment (0)

और नया पुराने